झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री एमजीएम मेडिकल कॉलेज के जर्जर छात्रावास को देखकर भड़के।
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता रविवार को जमशेदपुर के डिमना चौक स्थित एमजीएम मेडिकल कॉलेज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूरे कॉलेज का निरीक्षण किया। सबसे पहले वे छात्रावास पहुंचे, जिसे देखकर वे भड़क गए। जहां-तहां छज्जा टूट कर लटका हुआ था, जो कभी भी हादसे का कारण बन सकता है। कैंपस में पहले से टूटे छज्जों का मलबा पड़ा था। बाथरूम भी जर्जर था। मंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए सख्त निर्देश दिया। इस अवसर पर एमजीएम मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. केएन सिंह, अधीक्षक डा. रविंद्र कुमार, उपाधीक्षक डा. नकुल प्रसाद चौधरी, डा. आरके मंधान सहित अन्य उपस्थित थे।
सुबह में एमबीबीएस छात्र मंत्री से मिलने पहुंचे थे
जर्जर छात्रावास से भयभीत छात्र रविवार की सुबह स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलने उनके निवास पहुंचे थे। इस दौरान मंत्री ने उनकी बातों को गंभीरता से लिया। कहा कि मैं दोपहर में स्थिति का जायजा लेने आऊंगा। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री लगभग तीन बजे एमजीएम मेडिकल कालेज पहुंचे। इस दौरान छात्रावास की हालत देख हैरान हो गए।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मौके पर उपस्थित झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम के अधिकारियों को डीपीआर बनाने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि डीपीआर का प्रेजेंटेशन वे खुद कॉलेज के प्रोफेसर और छात्रों के प्रतिनिधियों के साथ देखेंगे। ताकि किसी तरह की खामी नहीं रहे। मंत्री आडिटोरियम भी पहुंचे। वह भी जर्जर स्थिति में था। सीलिंग टूटा हुआ था। मंत्री ने कहा कि इसे आधुनिक रूप से विकसित किया जाएगा। इसके लिए टाटा स्टील के एमडी से बात करेंगे, ताकि वहां के कंपनी के इंजीनियर आकर इसका डीपीआर तैयार करें।