झारखंड में जमीन, बालू, शराब और अवैध खनन जैसे घपले घोटाले की जांच कर रहे ईडी के अधिकारियों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की साजिश रची गई थी. सूचना के अनुसार ईडी के एक अफसर को धुर्वा थाने के द्वारा एसटी-एससी केस में आरोपित करने के बाद एक बार नए सिरे से एक गंभीर किस्म के आरोप में फंसाने की साजिश जेल से ही रची गई थी.
जानकारी के अनुसार एक महिला को भी केस दर्ज कराने के लिए तैयार किया गया था, लेकिन एजेंसी को एन मौके पर इसकी सूचना मिल गई. इस मामले में ईडी के द्वारा कई अहम तथ्य और साक्ष्य जुटाए गए है. सूत्र बताते हैं कि इस साजिश में अवैध खनन और जमीन घोटाले में शामिल प्रेम प्रकाश, अमित अग्रवाल समेत कई दूसरे कैदियों की भूमिका थी. सूचना यह भी है कि जेल में बंद आरोपियों को जेल प्रशासन और बाहर से भी मदद पहुंचाई जा रही थी.
सीएम के नजदीकी प्रेम प्रकाश ने कुख्यात गैंगस्टर आकाश के साथ मिलकर रची साजिश:
ईडी (ED) के जांच में ये भी खुलासा हुआ है की झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के करीबी रहे प्रेम प्रकाश ने जेल में रहते सुजीत सिन्हा के सहयोगी कुख्यात आकाश रॉय उर्फ मोनू से जेल में ही मिल कर ईडी अफसरों के खिलाफ साजिश रच डाली थी। सूत्रों के मुताबिक ईडी अधिकारियों के खिलाफ साजिश रचने में आकाश रॉय ने जरा भी हिचकिचाहट नही दिखाया। समय रहते ईडी को सूचना मिलने पर अधिकारियों के साथ होने वाली बड़ी घटना को टाला गया. सूत्रों की माने तो गैंगस्टर आकाश रॉय उर्फ मोनू का झारखंड के कई बड़े नेता और अधिकारियों से भी अच्छे संबंध बताए जा रहे हैं।
आकाश रॉय उर्फ मोनू का इतिहास:
गैंगस्टर आकाश रॉय मोनू ने सुजीत सिन्हा के साथ मिलकर रंगदारी मांगने का काम किया करता था. बाद में सुजीत सिन्हा से अलग हो कर खुद का गैंगस्टर साम्राज्य खड़ा किया। सूत्रों की माने तो जुर्म की दुनिया का अलग साम्राज्य खड़ा करने में डॉन अमन साहू और हरी तिवारी की मदत से ही आकाश रॉय ने अपना गैंग तैयार किया है. फिलहाल आकाश के गैंग में लगभग 20 से 25 सूत्र बेखौफ उसके इशारे पर काम कर रहे हैं. आकाश रॉय सिमडेगा जेल में बैठ कर ही इन शूटरों के सहारे रंगदारी वसूलता है. आपको बता दें कि अब आकाश रॉय झारखंड के प्रत्येक जिलों के बड़े कारोबारियों से रंगदारी के रूप में मोटी रकम वसूल रहा है।
आपको बता दें कि आकाश रॉय ने अपना साम्राज्य झारखंड के लगभग सभी जिलों में फैला दिया है. 5 जिलों को मिला कर आकाश रॉय पर कुल 12 संगीन मामले दर्ज हैं और इनमें से एक मामले में देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी NIA जांच कर रही है.