झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार आम जनता तक विकास और सुविधाएं पहुंचाने की कवायत में लगी हुई है। इस सोंच को अमलीजामा पहनाने के लिए हेमंत सरकार के द्वारा ‘आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वारा जैसे कार्यक्रम चला रहे हैं। लेकिन सीएम हेमंत सोरेन की सोंच पर उस वक्त संदेह होता है जब एक गरीब फरियादी महिला को सीएम हेमंत सोरेन की सभा से बाहर निकाल दिया जाता है।
जानिए क्या है पूरा मामला।
झारखंड में इन दिनों सीएम हेमंत सोरेन का सबसे प्रिय कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसका नाम आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार है। फिलहाल इस कार्यक्रम का तीसरा चरण चल रहा है। गढ़वा जिले के चामा में सीएम हेमंत सोरेन का कार्यक्रम चल रहा था। गढ़वा में हो रहे कार्यक्रम में पूरी टीम यानी सरकार के सभी आला अधिकारी के साथ स्थानीय विधायक और पेय जल मंत्री मिथिलेश ठाकुर, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के साथ खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंच पर विराजमान थे। गढ़वा और आसपास के लोग इस उम्मीद से सभा स्थल पहुंचे की शायद आज उनके लाभ के लिए कोई योजना की घोषणा हो जाय जिससे उनका और उनके परिवार का पोषण आसानी से हो सके। जिस वक्त सीएम हेमंत सोरेन योजनाओं की घोषणा कर रहे थे उसी समय गोद मे बच्चा लिए एक महिला अपनी बात को सीएम हेमंत सोरेन तक पहुंचाना चाहती थी अपनी परेशानी को जोर से चिल्ला कर मुख्यमंत्री को बताना चाहती थी, लेकिन सिस्टम के निर्देश पर काम कर रहे मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मी उस फरियादी महिला को बाहर निकाल देते हैं। गढ़वाह सर्किल इंस्पेक्टर स्वर्णलता और उनके साथ अन्य सुरक्षाकर्मियों के द्वारा उस फरियादी महिला को बाहर निकाल दिया जाता है…. उस महिला को उसी भीड़ में वापस धकेल दिया जाता है जहां से वह महिला अपनी आवाज सुनाने की तो दूर वह महिला अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ठीक से देख भी नही सकती है।
अब ऐसे में सवाल उठना लाजमी है सरकार के चलाये योजना किस काम के।
कार्यक्रम आयोजन को लेकर पैसे किसके लिए खर्च किये जा रहे हैं जब भरी सभा से एक महिला को बाहर निकाल दिया जा रहा है।